यदि आप लोकसभा, विधानसभा, राज्यसभा, जिला पंचायत, जनपद पंचायत, नगर पालिक निगम, ग्राम पंचायत, सोसायटी या अन्य किसी पद के लिए चुनाव लड़ने का सोच रहे हैं, तो यहां वास्तु एवं ज्योतिषानुसार कुछ ऐसी बातें बताई जा रही हैं जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे। वास्तु और ज्योतिष के ये छोटे-छोटे टिप्स आप आजमाएंगे तो आपको चुनाव जीतने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप अपने प्रतिद्वंद्वी को आसानी से हरा सकते हैं। अत: जानिए कुछ खास एवं महत्वपूर्ण उपाय...
 1-अपराजिता स्त्रोत का पाठ करवाये। 
2-बगलामुखी का अनुष्ठान करवाये। 
3-शिव व देवी की उपासना करे।
4- पंडित जी से मिल कर सम्पुटित मन्त्रों व चौपाइयों का अनुष्ठान करवाये। 
5हनुमान जी के पूछ पर लगे सिन्दूर को मस्तक पर धारण करे।
अगले पन्ने पर राहुकाल में चुनावी सभा न करें...
 

राहुकाल में चुनावी सभा न करें : राहुकाल में सभी प्रकार के शुभ कार्य वर्जित होते हैं। इस काल में चुनावी सभा नहीं करें। राहुकाल में की गई चुनावी आमसभा विफल होती है। मतदाता के मन में भ्रांतियां फैलेंगी और प्रत्याशी एवं पार्टी के प्रति नकारात्मक विचार बढ़ेंगे, आमसभा में भी बाधाएं आएंगी, विवादों की स्थितियां बनेंगी।राहुकाल में चुनावी फॉर्म भी नहीं भरना चाहिए। इस काल में फॉर्म भरने से प्रतिद्वंद्वी आप पर भारी पड़ेगा एवं पराजय का सामना करना पड़ता है। राहुकाल का समय प्रतिदिन अलग-अलग होता है।
 
वार अनुसार राहुकाल का समय निम्नानुसार है:-
 
वार              समय
सोमवार : प्रात: 7.30 बजे से 9.00 बजे तक।
मंगलवार : दोपहर 3.00 बजे से 4.30 बजे तक।
बुधवार : दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक।
गुरुवार : दोपहर 1.30 बजे से 3.00 बजे तक। 
शुक्रवार : प्रात: 10.30 बजे से 12.00 बजे तक। 
शनिवार : प्रात: 9.30 बजे से 10.30 बजे तक।
रविवार : दोपहर 4.30 बजे से 6.00 बजे तक।
 

अनादि काल से राजा, महाराजा युद्ध के लिए जाते समय सर्वप्रथम विजय नक्षत्रों का चयन करते थे जिससे शत्रु पर विजय प्राप्त होती थी। इन विजयी नक्षत्रों में ही राजा अपने शत्रु राजा पर आक्रमण पर राज्य अपने अधिकार में लेता था। इन नक्षत्रों में चुनाव का फॉर्म भरना प्रतिद्वंद्वी को स्तंभित करने वाला, मतदाता को आकर्षित करने वाला होकर पद प्राप्ति में सहायक होकर विजय दिलाता है।
 
अत: प्रत्याशी को अपना चुनावी फॉर्म निम्न वर्णित विजयी नक्षत्रों में ही भरना चाहिए-
 
* रोहिणी
* मृगशीर्ष
* पुनर्वसु
* पुष्य
* हस्त
* स्वाति
* धनिष्‍ठा
* शतभिषा
* रेवती
 
 चुनाव विजय हेतु शुभ और अशुभ पक्षी...
विजय हेतु शुभ पशु-पक्षी : मानव के सबसे निकट पशु और पक्षी ही रहते हैं तथा इनमें स्वामी के प्रति स्वामी भक्ति भी अधिक रहती है। पशु-पक्षियों को किसी भी घटना, चाहे वह अच्‍छी हो या बुरी, की जानकारी पूर्व से ही प्राप्त हो जाती है तथा उनके क्रिया-कलापों में भी घटना के अनुरूप परिवर्तन आता रहता है।यदि पशु और पक्षी की ऊर्जा की सकारात्मक है तो अच्छा परिणाम एवं ऊर्जा नकारात्मक है तो बुरा परिणाम प्राप्त होता है। हम यहां पर उन पशु और पक्षियों का वर्णन कर रहे हैं, जो सीधे-सीधे चुनाव परिणाम को प्रभावित करते हैं जिनको दो भागों में विभक्त किया गया है। 
चुनाव परिणाम में शुभ पशु-पक्षी : निम्नानुसार वर्णित पशु या पक्षियों को मुख्य निवास स्थान अथवा प्रमुख चुनाव कार्यालय में रखने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होकर चुनाव परिणाम पक्ष में होता है- 
 
* सफेद घोड़ा, मुर्गा, सफेद बैल, कबूतर, लाल गाय, सफेद गाय, हिरण, मच्छर, पतंगा, नेवला, गोकुल गाय, हाथी, मछली, चिड़िया, मोर, मधुमक्खी, काली चींटी, चकोर और भौंरा।
   
, ये पशु-पक्षी कतई न रखें...
निम्नानुसार वर्णित पशु या पक्षियों को मुख्य निवास स्थान अथवा प्रमुख चुनाव कार्यालय में रखने से नकारात्मक ऊर्जा प्राप्त बढ़ती है जिससे परिणाम बाधित होकर विजय प्राप्ति में अवरोध उत्पन्न करते हैं। अत: उक्त पशु और पक्षी निवास स्थान एवं चुनाव कार्यालय में कदापि नहीं रखना चाहिए।

* भैंस, बंदर, बछड़ा, बिल्ली, उल्लू, खजूरा, लाल चींटी, लाल कुत्ता, सांप, दीमक, बाघ, कौवा, बिच्छू, बकरा, सिंह, गिद्ध, कान, तोता एवं लाल बैल।
  
विजय प्राप्ति हेतु कौन से हैं पेड़-पौधे...
विजय प्राप्ति हेतु पेड़-पौधे : प्रत्याशी के घर एवं चुनाव के मुख्‍य कार्यालय में विद्यमान पेड़-पौधे भी विजय एवं पराजय के सूचक होते हैं जिनका वर्णन निम्न प्रकार है- 

* विजयसूचक पेड़-पौधे : रूईदार, तुलसी, मनीप्लांट, पारिजात और औदुम्बर।
 
— केसी हो आपके भाषण की दिशा—
उम्मीदवार को चाहिए कि चुनाव के दौरान होने वाली सभाओं में वह अपना मुंह उत्तर या पूर्व दिशा में रखकर सभा को सम्बोधित करें। जनता को संबोधित करते समय उम्मीदवार का मुंह उत्तर दिशा में जब ही रहेगा जब मंच सभा के स्थान की दक्षिण दिशा की ओर होगा इसी प्रकार पूर्व दिशा की ओर मुंह तब ही रहेगा जब मंच सभा के स्थान की पश्चिम दिशा की ओर बनेगा। इस प्रकार के वास्तुनुकूल मंच पर खड़े होकर चुनावी सभा को सम्बोधित करने से सभा सफल एवं प्रभावी होती है।

—– ध्यान रखें ध्वजा वेध का  :––  ध्वजा या झंडे का एक विशिष्ट महत्व होता है। वर्तमान में एक पक्ष का प्रतीक ध्वजा का लहराना चुनाव में विजयकारक होता है। प्रत्याशी के निवास स्थान एवं चुनाव के मुख्‍य कार्यालय में लगाई गई ध्वजा का स्थान सुनिश्चित होता है। इस ध्वजा को वेध कर दिया जाए या ध्वजा विपरीत दिशा में लगा दी जाए तो उससे ध्वजा वेध होकर प्रतिद्वंद्वी की ध्वजा फहरा जाती है एवं प्रत्याशी को पराजय का सामना करना होता है। ध्वजा के सामने किसी भी प्रकार का पेड़, खंभा नहीं होना चाहिए। ध्वजा लहराते समय किसी वस्तु आदि से बाधित होकर अटकना नहीं चाहिए।

दिशा अनुसार ध्वजा लगाने का परिणाम :—

पूर्व : कशमकश के साथ विजय।
आग्नेय : विवाद के साथ पराजय।
दक्षिण : अधिक परिश्रम, विजय में बाधादायक।
नैऋत्य : पद, प्रतिष्ठा, शत्रु, दमन एवं विजयश्री।
पश्‍चिम : अधिक परिश्रम के साथ मतदान कम।
वायव्य : विपरीत मतदान के साथ पराजय।
उत्तर : अर्थहानि।
ईशान्य : आकस्मिक विजय।

ध्वजा निवास स्थान या मुख्‍य कार्यालय के नैऋत्य दिशा में ही लगाना चाहिए। इस दिशा की ध्वजा विजय, पद, प्रतिष्ठा देने वाली एवं शत्रु का दमन करने वाली होती है इसलिए ध्वजा नैऋत्य दिशा में ही लगाना चाहिए।

—- ध्यान दीजिये की घर से क्या खाकर निकलें :––  चुनाव फॉर्म भरने जाते समय एवं चुनाव प्रचार हेतु घर से निकलते समय क्या खाकर निकलें जिससे सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त हो एवं मतदाता व मतदान प्रत्याशी के पक्ष में हो। वार अनुसार वस्तुओं का निर्धारण कर रहे हैं कि कौन से वार में प्रत्याशी को क्या खाकर निकलना चाहिए।

रविवार : पान।
सोमवार : दूध, चावल।
मंगलवार : गुड़।
बुधवार : खड़ा धनिया।
गुरुवार : जीरा।
शुक्रवार : दही।
शनिवार:जायफल या पीली सरसों 
 हत्थाजोड़ी एक जंगली वनस्पति होता है जिसे काफी दुर्लभ माना जाता है। किन्तु असंभव नहीं है। तो इस हत्थाजोड़ी प्राप्त करें जो पूरे विधि-विधान से ग्रहणकाल में सिद्ध किया हुआ हो। यदि आपके नाम से सिद्ध करके मिल जाय तो और उत्तम होगा। इसे प्राप्त करके चाँदी की डब्बी या लाल वस्त्र में करके पीला सिंदूर, कपूर और बिना टूटे चावल के कुछ दाने  के साथ रखें। तत्पश्चात नवार्ण  मंत्र का 21 बार उच्चारण करते हुए सामान्य पूजन करके तिजोरी अथवा अपने पर्स में रखें।  जनसंपर्क से लेकर पर्चा दाखिला तक इसे अपने जेब में ही रखें, किन्तु शुद्धता का ध्यान रखें। हथाजोड़ी आपका वोट बैंक ऐसे बढ़ाता जाएगा जैसे दीप से दीप जलाया जाता है। कुछ समय में ही बेतहासा जनसंपर्क चकित करने योग्य होगा। 
—-चुनाव में विजय प्राप्ति हेतु बगलामुखी कवच और त्रिशक्ति कवच प्राप्त करके गले में धारण करें। इसके धारण से विरोधियों  को नर्वस करने में सुविधा मिलेगी। माहौल भी मजबूत बनेगा। ग्रहों  को कंट्रोल करना भी इनका काम है ताकि चुनाव आप का ही निकले।

यदि अपने मकान के पूरब उत्तर दिशा में  सम्पूर्ण वास्तु दोष नाशक यन्त्र की स्थापना कर दें तो आपको वास्तु स्थिति का भी सपोट मिले। छोटा-मोटा दोष भी चुनाव के समय में वाधक न बने बल्कि आपको सामाजिक सपोट दिलवाते हुए निश्चित ही भारी विजय प्रदान करे।आमतोर कई भी राजनेता चुनाव लड़ते समय अपनी जन्म कुंडली या हस्तरेखा के आधार पर ही निराने लेते हें किन्तु वे वास्तु के महत्त्व /प्रभाव को अनदेखा कर देते हें…वे अक्सर पूजा पाठ(कर्मकांड) तथा मन्त्र-यंत्र-तंत्र  का प्रयोग करना नहीं भूलते हें....मंदिरों,मस्जितो और गुरुद्वारों में सर झुकाना भी नहीं भूलते ..विजय प्राप्ति हेतु बड़े बड़े हवं-यज्ञ /अनुष्ठान करवाते हें..

इन सभी उपायों का पूर्ण लाभ तभी संभव हें जब चुनाव लड़ने वाले राजनेता का मकान और ऑफिस वास्तु सम्मत बना हो..इन स्थानों की वास्तु अनुकूलता उसकी विजय की संभावना को बाधा देती हें..

चुनाव में स्थायी रूप से विजय,यश एवं प्रतिष्ठा प्राप्त करने हेतु इन बातों का रखें ध्यान/ख्याल—

01 .–  चुनाव लड़ने वाले के मकान की उत्तर दिशा तथा उत्तरी इशान कोण को वास्तु सम्मत होना चाहिए..यदि इन दिशाओं में कोई कोना बढ़ा होगा तो यश एवं प्रसिद्धि दिलाता हें…शुभ होता हें…|

02 .–चुनाव लड़ने वाले के मकान की उत्तर दिशा तथा उत्तरी इशान कोण में वाटर टेंक,किसी प्रकार का बड़ा गढ्ढा मददगार होता हें |

03 .–चुनाव लड़ने वाले के मकान की उत्तर दिशा तथा उत्तरी इशान कोण की दिशा किसी भी रूप में दबी हुई या कटी हुई नहीं होनी चाहिए..इस दोष के कारन उचित यश और प्रसिद्धि  नहीं मिल पति हें..

04 ..– चुनाव लड़ने वाले के मकान की उत्तर दिशा तथा उत्तरी इशान कोण यदि ऊँचा हें तो वह भी नुकसान,अपयश का कारण बन सकता हें..जिसके कारण चुनाव में विजय संभव नहीं होती…

05 .–चुनाव लड़ने वाले के मकान की उत्तर दिशा तथा पूर्व दिशा की तरफ यदि इशान कोण निचा हो एवं दक्षिण,आग्नेय ,पश्चिम और वायव्य कोण ऊँचे हो तो उनके परिवार में आनंद ,ऐश्वर्य की वृद्धि होगी..वहां निवास करने वालों को विजय,ख्याति और प्रशंसा मिलती रहेगी..

06 .– चुनाव लड़ने वाले के मकान की उत्तर दिशा तथा उत्तरी इशान में यदि उस मकान में रहने वालों को अपने ड्राइंग रुम के अन्दर की तरफ जाने वाले दरवाजे के सामने की दीवार पर,मध्य में अपना फोटो/चित्र जरुर लगाना चाहिए..संभव हो तो उस फोटो के ऊपर एक लाल रंग का जीरो वाट का लेम्प/बल्ब अवश्य लगवाएं..

07 .–ध्यान देवें….यह लेम्प/बल्ब हमेशा (24 घंटे) जलते रहना चाहिए..इसके प्रभाव से वहां निवास करने वालों के मान-सम्मान,यश,और प्रसिद्धि बढ़ाने में मदद मिलेगी..

08 .–चुनाव लड़ने वाले को अपने आवास/मकान के साथ साथ अपने कार्यालय/ऑफिस में इन वास्तु टिप्स/वास्तु नियमों/वास्तु सूत्रों का प्रयोग अवश्य करना चाहिए..

09.चुनाव लड़ने वाले के मकान तथा ऑफिस के साथ साथ उस पार्टी के मुख्य/केन्द्रीय कार्यालय का भी वास्तु सम्मत होना अत्यावश्यक हें..

10 .–चाहे जो भी पार्टी हो, यदि उनके मुख्य/केन्द्रीय कार्यालय/ऑफिस वास्तु सूत्र अनुसार बने हुए हें तो उनकी सत्ता में भागीदारी /विजय होने की संभावना में वृद्धि होगी…

11 .– चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार के घर या ऑफिस का पूर्वी, पूर्व ईशान या उत्तर ईशान कोना कटा हुआ या घटा हुआ नहीं होना चाइये | इस दिशा में किसी भी तरह का दोष होना अथवा नेऋत्य से ऊँचा होना भी अनुचित परिणाम देता हैं | उस थान की पूर्व दिशा जितनी अधिक खुली हुयी होगी परिणाम उतने ही उत्तम प्राप्त होने की सम्भावना रहती हैं |

12 .–   जिस उम्मीदवार के घर का उत्तर, पूर्व दिशा और ईशान कोण घर की अन्य दिशाओं और कोणों से नीची होती होती है उनके सफल होने की संभावना अधिक रहती है। क्योंकि वास्त़ु विज्ञान के अनुसार ऐसा वास्तु हमेशा वृद्धि होगी, ऐश्वर्य आनंद की प्राप्ति, विजय, प्रशंसा और ख्याति में सहायक रहती है।

इस प्रकार से वास्तु सम्मत उपरोक्त सुझाव उस उम्मीदवार या पार्टी की सरकार बनने की सम्भावन में वास्तु सहायक/ मददगार साबित हो सकता हें…

और सबसे जरुरी कुछ बातें—

—-आपके दल से ही कौन मजबुत दावे दार है उस व्यक्ति का नाम पता , पुराने दोस्तो का नाम , रिश्तेदारो का नाम और उसकी पुर्व और वर्तमान की जीवन चर्या ज्ञात करे |
—– उसकी कमजोरी , नशा , शराब , शबाब , उस कमजोरी के साथ देने वाले साथियो को मित्र बनावे और उसका राज , कुकर्म, दु:चरित्र , कमजोरी का पुरा डाटा को जमा करे,यदि पुर्फ हो तो और अच्छी बात है |
—-अपने जाति और दल के सिनियर और समकक्ष लोग भी आपका पता काट सकते है ,जैसे एक जाति से एक आदमी को मँत्री बनाना है और वहाँ दो से अधिक चार पाँच लोग दावेदार है तो आपकी बात नही बनेगी , तो आप शेष अपने प्रतिद्वन्दियो का पुरा लेखा जोखा निकाले,उनकी कमजोर कडी को पकडे ,उनके ही मित्र और रिश्तेदार को फोड ले कुछ लालच दे ,यह काम आप स्वयँ नही कोई विश्वासी व्यक्ति से करावे ताकि आप पर आँच न आऐ |
प्रतिद्वन्दी का स्कूल , काँलेज और पास पडोस के उन लोगो को ढुढे जो उसका विरोधी हो उन्हे आदर दे और उनका कमजोरी को जाने कोई केश मुकदमा, आरोप है उसका पेपर निकाले और प्रेस मिडिया , सिनियर प्रशासनिक अधिकारी तथा अपने से बडे लोगो को उपलव्ध करावे |

—अपने विरोधी से सम्बधित झुठा सच्चा प्रोपगण्डा रोज वितरण करावे, दस बीस आदमी को सिर्फ यही काम सोपै जो चाय दुकान , पान, सैलुन, कारपेन्टर आदि की दुकान पर मोखिक चर्चा कराते रहे ,इन्हे कुछ रकम दे दे कि ये आपकी बडाई और विरोधी की बुराई करते रहे , – कहते रहे कि फलाँ ही जीत रहा है |
—-टिकट देने वाले या सलेक्शन टीम और अधिकारियो को गिफ्ट , भेट आदि दे उनके घर जाइऐ , उनके बीबी वच्चो को मिठाई एवँ मनपसन्द वस्तु का भेट दिजीऐ |

—-अपना दो तीन मुखबीर (स्पाई ) अपने विरोधियो के साथ सदैव लगा दिजीऐ |

—-अपने विरोधियो को सदैव मिठ्ठी बात बोले , आदर दे , उनके परिजनो से हिल मिल जाऐ , दिन मे एक दो बार फोन भी कर ले |

— अपने विरोधियो का जन्म तारीख जन्म समय ,जन्मस्थान भी ज्ञात कर ले ,किसी विद्वान पंडित जी से उसकाभाग्य भी समझ ले |

— विरोधी का फोटो भी रखे – तँत्र क्रिया मे काम आएगा – माँ बगलामूखी का जप स्त्रोत्र अनुष्ठान करावे,

—सन्तो. बच्चो और बुजर्गो की सेवा और सम्मान करे , स्कुल . कालेज क्लबो मे जाऐ ।कुछ कार्यक्रम भी आयोजित करावे |

—चुनाव के समय  हँसमूख रहे और पैर छुकर प्रणाम वडो को करे बच्चो को गले लगावे |

विशेष –   यदि आप वाकई राजनीति से हैं तो इन विधियों का प्रयोग अवश्य करें, इनका प्रभाव आपको पूरी तरह से सकारात्मक मिलेगा। किन्तु सामग्रियां सिद्ध और शुद्धतम होनी चाहिए। ये दुर्लभ जरुर हैं मगर नामुमकिन नहीं। प्रयास करेगें तो इनकी उपलब्धि कर लेंगे। चूँकि इसका प्रेक्टिकल प्रयोग हमने कुछ लोगों  पर देखा है जो आज सफल हैं। आपको भी पूरी सफलता मिले हमारी शुभकामना है।
मेरी तरफ से सभी पार्टियों तथा उम्मीदवारों को अग्रिम शुभ मंगल कामनाएं..विजयी भव…